ग्वालियर। लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल रविवार रात शहर के एक होटल में भोजन करने पहुंचे, लेकिन टेबल नहीं मिलने पर नाराज हो गए और मामला इतना बढ़ा कि होटल में फूड सेफ्टी टीम बुला ली गई। जांच में तेल अमानक पाया गया है, वहीं होटल संचालक ने मारपीट के आरोप भी लगाए हैं।

जानकारी के अनुसार, मंत्री पटेल रविवार रात एसपी ऑफिस के पास पटेल नगर स्थित क्वालिटी रेस्टोरेंट पहुंचे थे। रेस्टोरेंट में पहले से भीड़ होने के कारण उन्हें टेबल नहीं मिल पाई। बताया गया कि उनके लिए दो टेबल फूड इंस्पेक्टर लोकेंद्र के नाम से बुक थीं, जो मंत्री को नागवार गुज़री। इसी बात पर वह भड़क गए और समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया। होटल स्टाफ को जब मंत्री की पहचान पता चली तो उन्होंने हाथ जोड़कर माफी मांगी और भोजन भी कराया। लेकिन मंत्री का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उन्होंने फूड सेफ्टी अधिकारियों को बुला लिया, जिसके बाद पांच खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए—जिनमें तेल, तली प्याज, मावा और पनीर शामिल हैं। चलित लैब की जांच में खाद्य तेल अमानक पाया गया है, सैंपल भोपाल लैब भेजे गए हैं।

होटल संचालक संजय अरोड़ा का आरोप है कि मंत्री के समर्थकों ने स्टाफ के साथ मारपीट की और उनके भाई को पुलिस वाहन में ले जाने की कोशिश की गई। चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी प्रवीण अग्रवाल होटल संचालक के समर्थन में मौके पर पहुंचे। फिलहाल पुलिस में कोई औपचारिक शिकायत नहीं की गई है, लेकिन मामला राजनीतिक और व्यापारिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।

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