रीवा। गांजा तस्करी में अब नशा कारोबारी महिलाओं का उपयोग कर रहे हैं। हाल ही में नागपुर से बस के माध्यम से गांजा की खेप लेकर आईं दो महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर दो अन्य तस्करों को भी पकड़ा है। महिलाओं ने कबूला कि एक खेप लाने के बदले उन्हें 10 हजार रुपए दिए जाते हैं।
एसपी दिलीप कुमार सोनी को सूचना मिली थी कि नागपुर से हनुमना के बीच चलने वाली बस में दो महिलाएं गांजा लेकर आ रही हैं। उन्होंने तत्काल पुलिस टीम गठित कर बस स्टैंड में घेराबंदी करवाई। जैसे ही बस से महिलाएं और अन्य तस्कर उतरे, उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार महिलाएं सिंगरौली जिले की निवासी हैं और शूटकेस व बैग में गांजा छिपाकर ला रही थीं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह खेप नागपुर से एक फरार तस्कर द्वारा भेजी गई थी।
पुलिस ने गांजा की डिलीवरी लेने आए व्यक्ति को भी पकड़ा है। फिलहाल सभी से पूछताछ जारी है और जल्द ही इस पूरे नेटवर्क के बड़े खुलासे की उम्मीद है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तस्करी में महिलाओं को शामिल करने से संदेह कम होता है, इसलिए कारोबारी इन्हें माध्यम बना रहे हैं। नशीली सिरप और गांजा की तस्करी में महिलाओं की भूमिका बढ़ने से पुलिस सतर्क हो गई है और जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है।
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गांजा की डिलेवरी देने आई महिला गिरफ्तार
एक अन्य मामले में डभौरा पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है। वह करीब 900 ग्राम गांजा लेकर एक व्यक्ति को डिलेवरी देने आई थी। इस दौरान पुलिस को सूचना मिल गई जिसने महिला को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान महिला के पास से 900 ग्राम गांजा बरामद हुआ। वह गांजा की डिलेवरी किसको देने के लिए आई थी इसका पता लगाया जा रहा है।
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दुकान में गांजा बेचने वाली महिला गिरफ्तार
बिछिया पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है। वह दुकान में गांजा की पुडिय़ा बेचती थी। बिछिया थाने के ललपा के समीप महिला दुकान संचालित करती थी, जिसमें वह गांजा की पुडिय़ा बेचती थी। पुलिस ने दबिश देकर महिला को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से आधा किलो गांजा बरामद हुआ। वह छोटी-छोटी पुडिय़ा बनाकर गांजा बिक्री करती थी। उसको गांजा की खेप कौन देकर जाता था इसका पुलिस पता लगा रही है।