रीवा। शासकीय स्कूल में शिक्षक के रूप में सेवा समाप्ति के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाने का मुद्रिका प्रसाद त्रिपाठी ने घोषणा की है। शिक्षक रहते हुए भी वह कई बार आंदोलन चला चुके हैं और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग भी कर चुके हैं। अब वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसके तत्काल बाद एक मई को उन्होंने कहा कि अब वह समाज में विश्वामित्र के नाम से अपनी पहचान बनाएंगे और देशभर में भ्रमण कर भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाएंगे। देश बचाओ आध्यात्मिक पुनर्जागरण अभियान में वह जुड़े हैं। जिसमें सरकार एवं अन्य जिम्मेदारों से वह जवाब मांगेंगे और देशवासियों को जागरुक करेंगे।
मुद्रिका प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि अब आगे का जीवन समाज के लिए उन्होंने समर्पित कर दिया है। इसी के सिलसिले में देशव्यापी आंदोलनों में शामिल होने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करेंगे। कुछ समय पहले मऊगंज में पदस्थ रहने के दौरान ही उन्होंने कलेक्टर पर भ्रष्टाचार का सीधा आरोप लगाया था और मौन धारण कर लिया था। कहा था कि जब तक कलेक्टर पदस्थ रहेंगे तब तक नहीं बोलेंगे। कलेक्टर के तबादले के बाद उन्होंने बोलना प्रारंभ किया था।