Monday, September 15

रीवा। खाद के संकट की वही पुरानी कहानी इस साल फिर दोहराई जा रही है। रीवा, सीधी, सतना, मैहर, सिंगरौली, शहडोल और मऊगंज जिलों में यूरिया और डीएपी खाद की भारी किल्लत से किसान बेहाल हैं। खेतों में फसल को खाद की जरूरत है, इसके लिए रात्रि से ही वितरण केन्द्रों में लंबी कतार लग रही है। खाद के लिए किसान भूख-प्यास भी सह रहे हैं इसके बावजूद पर्याप्त खाद उपलब्ध नहीं हो रही है।
एक ओर किसान रात्रि से ही लाइनों में लग रहे हैं, वहीं सत्ता पक्ष के नेता चुप्पी साधे हुए हैं और विपक्ष के नेता सोशल मीडिया पर ज्ञान बांट रहे हैं। किसान अपने हाल पर परेशान है और खुद ही निपट रहा है।
करहिया मंडी सहित विभिन्न डबल लॉक सेंटर्स और सेवा सहकारी समितियों के बाहर सैकड़ों किसान दो-दो दिन से डटे हुए हैं। करहिया मंडी में आए किसान राजेश, अंशिका शुक्ला, गीता सिंह, लीलावती पटेल सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि वे सुबह चार बजे से लाइन में हैं, कुछ तो कल रात से ही बैठे हैं, लेकिन खाद अब तक नहीं मिली। संदीप तिवारी ने बताया कि वह लंबी कतार में लगे थे, जब बारी आई तो खाद खत्म हो गई। इसके बाद दूसरे दिन भी वही हाल है। वितरण केन्द्र में न पानी है, न छाया, यहां के अधिकारी कुछ बताते भी नहीं।
लाइन में लगे किसानों का कहना है कि प्रशासन दावा कर रहा है कि रात 1650 बोरी यूरिया आई थी लेकिन वह गायब हो गई और किसी को पता भी नहीं चला किसे मिली। कुछ किसानों ने आरोप लगाया कि यह खाद प्राइवेट दुकानों में भेज दी गई है, जबकि गोदामों पर आए पंजीकृत किसान अब भी खाली हाथ लौट रहे हैं। गोदाम में मौजूद संविदा कर्मचारी ने भी स्वीकार किया कि हमें नहीं पता अधिकारी कहां हैं, हम सिर्फ पर्ची के हिसाब से खाद बांट रहे हैं।

महिलाएं और बच्चे भी खाद की लाइन में
सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, वृद्ध किसान और छोटे बच्चे लाइन में खड़े दिखाई दिए।
गीता सिंह ने बताया कि सुबह से लाइन में हैं, लेकिन कोई जानकारी नहीं दे रहा कि खाद कब मिलेगी। एक अन्य महिला ने बताया कि पैसे खर्च करके आए हैं। डीएपी चाहिए, लेकिन वो भी नहीं मिल रही है। जब तक खाद नहीं मिलेगी, यहीं खड़े रहेंगे।

किसानों ने कहा, समितियों में भी मिले खाद
किसानों ने मांग उठाई है कि गांवों की समितियों में भी खाद की उपलब्धता कराई जाए। अधिकांश समितियों में खाद नहीं होने की वजह से डबल लॉक सेंटर में जाना पड़ रहा है, जहां पर भारी भीड़ होती है। किसान नेता सुब्रतमणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रशासन डबल लाक सेंटर के साथ ही सभी सहकारी समितियों में खाद उपलब्ध कराए। इनदिनों खाद की विशेष जरूरत है। यदि खाद नहीं मिलेगी तो किसानों का आक्रोश बढ़ेगा।

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