रीवा। शहर के नजदीक गड़रिया मोहल्ले में दबिश देकर वन विभाग की टीम ने बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ी जब्त की है। यह लकड़ी मुकुंदपुर से रीवा लाई गई थी। मुकुंदपुर के वन विभाग के अमले की सूचना पर रीवा की टीम ने गड़रिया में कार्रवाई करते हुए यह जब्ती बनाई है।
इस कार्रवाई में करीब 26 नग सागौन और करीब 150 घन फीट चिरान लकड़ी बरामद की गई है। जब्त की गई लकड़ी की अनुमानित कीमत साढ़े 3 से 4 लाख रुपए बताई जा रही है। यह कार्रवाई वन विभाग की टीम ने गड़रिया के निवासी संतोष पांडेय और उपेंद्र पांडेय के घर पर की। कार्रवाई के समय मौके पर संतोष पांडेय मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके भाई उपेंद्र पांडेय से पूछताछ की गई है। जिस पर उन्होंने बताया कि मकान को अनूप शर्मा (निवासी मुकुंदपुर) ने किराए पर लिया था और वहीं लकड़ी लाकर यहां रखे हुए थे।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह लकड़ी संभवत: मुकुंदपुर रेंज से अवैध रूप से काटी गई थी। अभी तक की जांच में आलोक शर्मा नामक व्यक्ति का नाम सामने आया है, जो कथित तौर पर अवैध सागौन व्यापार में संलिप्त रहा है। इस जब्ती के बाद वन विभाग ने मध्यप्रदेश वनोपज व्यापार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। वन परिक्षेत्राधिकारी अंबुज नयन पांडेय ने बताया कि मौके पर संबंधित व्यक्ति की ओर से सागौन की लकड़ी घर पर रखने या उसकी कटाई संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिए गए। जिसके चलते यह माना जा रहा है कि यह जंगल से काटी गई लकड़ी है। आगे सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। इस मामले में यदि और नाम पाए जाएंगे तो उनके विरुद्ध भी प्रकरण दर्ज होगा।