borewell rescue continues raghogarh guna madhya pradesh

भोपाल। गुना जिले के राघौगढ़ तहसील में स्थित पीपल्या गांव में एक दस वर्षीय बच्चा सुमित मीना खेत पर बने और खुले पड़े और अधूरे बोरवेल में गिर गया। इसके बाद प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है। भोपाल से भी एनडीआरएफ की टीम को बुलाया है। देर रात तक बच्चा उक्त बोरवेल से बाहर नहीं निकल पाया।इस बोरवेल के लिए खुदे गड्डे के पास ऐसा कोई इंतजाम नहीं था, जिससे यह पता चल सके कि यहां बोरवेल भी है। गुना जिले में इस तरह की पहली घटना है। इस तरह के घटना होने की खबर मिलने के बाद कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह और एसपी संजीव सिन्हा भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राघौगढ़ क्षेत्र से पन्द्रह-सोलह किलोमीटर दूर जंजाली के पास स्थित पीपल्या गांव का रहना वाला सुमित मीणा(10) पुत्र दशरथ मीणा शनिवार शाम लगभग 4 बजे गांव में ही था। वह अपने खेत तरफ गया था।  वहां एक साल पहले कराए गए  25 फीट गहराई वाले  अधूरे बोरवेल में गिर गया। जब वह काफी देर तक नहीं दिखा तो परिवार वालों ने तलाश शुरू की। दो-तीन घंटे बाद परिजन बोरवेल के गड्डे के पास पहुंचे तो बोलवेल में उसका सिर दिखाई दे रहा था। बच्चे के सिर को देखते हुए उसके परिजन व उक्त गांव के लोग घबड़ा गए और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को दी। अधिकारियों का मानना है कि बच्चा ज्यादा नीचे नहीं गया है।
बताया गया कि सूचना मिलते ही एसडीएम विकास आनंद और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद वहां पहुंची दो जेसीबी की मदद से बोरवेल के पास खुदाई कराई है। बच्चे की जान बचाने के लिए ग्रामीणों ने पूजा-अर्चना भी शुरू कर दी है। बच्चे को हर संभव बचाने के लिए प्रशासन के साथ-साथ ग्रामीण भी प्रयासरत हैं।  मौके पर पहुंची एसडीईआरएफ  की टीम ने मौके पर जाकर सर्च लाइट इंस्टॉल कर दी है। भोपाल से एनडीआरएफ की टीम के आने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था।

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