रीवा। मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला के गृह शहर रीवा में गांधी मेमोरियल अस्पताल परिसर में एक किशोरी का गैंगरेप होने का मामला सामने आया है। आरोप अस्पताल के ही तीन बार्डवॉय पर है। किशोरी अपनी मां के साथ उपचार कराने के लिए सीधी जिले से रीवा आई थी। जहां पर उसके साथ वारदात को अंजाम दिया गया। इस घटना की जानकारी सामने आने पर प्रबंधन एक बार्डवाय पर कार्रवाई की है, जबकि किशोरी को उसके गांव भेजकर दो दिन तक मामले को दबाए रखा। अब इस मामले में कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल आक्रामक हो गए हैं और उप मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांग रहे हैं क्योंकि ये स्वास्थ्य विभाग के भी मंत्री हैं।
जानकारी के अनुसार, सीधी जिले की रहने वाली किशोरी अपनी मां के इलाज के लिए रीवा के गांधी स्मृति चिकित्सालय आई थी। यहां ईएनटी वार्ड में वार्ड ब्वाय ने उसे प्रेमजाल में फंसाया और रात में बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाकर दुष्कर्म किया। देर रात करीब 1:45 बजे आरोपी किशोरी को अस्पताल गेट के पास छोड़कर फरार हो गया। स्टाफ ने जब उसे बेसुध हालत में देखा तो उसे उपचार के लिए भर्ती कराया गया और बाद में गायनी विभाग में शिफ्ट किया गया।
सीसीटीवी में कैद हुए पूरे घटनाक्रम के दृश्य
घटना के बाद जब मामला सामने आया तो अस्पताल प्रबंधन ने इसे छिपाने की भरपूर कोशिश की। लेकिन सीसीटीवी फुटेज में वार्ड ब्वाय और किशोरी की गतिविधियां दर्ज हो गईं। फुटेज में नजर आया कि कर्मचारी किशोरी को स्ट्रेचर पर लिटाकर अस्पताल में ले जा रहे हैं, जिनके साथ सिक्योरिटी गार्ड भी थे।
दुष्कर्म या गैंगरेप?—अस्पताल के बयान में विरोधाभास
घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन के बयान भी आपस में टकरा रहे हैं। पहले बयान में कहा गया कि किशोरी के साथ दो लोगों ने यौन शोषण किया, जिसकी पुष्टि गायनी विभाग की रिपोर्ट में हुई। बाद में अस्पताल प्रशासन ने इस बयान से पलटी मारते हुए दावा किया कि किशोरी के साथ केवल मारपीट और जहर पिलाने का प्रयास हुआ है। अब सच्चाई क्या है, यह पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
पीड़िता और मां अब भी लापता, पुलिस तलाश में जुटी
रीवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है। उन्होंने अपील की है कि यदि किसी पीड़िता के साथ ऐसा अपराध हुआ है तो वह सामने आकर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराए, ताकि आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जा सके।