रीवा. दिवाली में पटाखा बेचने के लिए लाइसेंसधारी थोक व्यापारी तमाम नियमों को ताक में रखकर दूसरों की जान खतरे में डालने से भी नहीं चूक रहे। शुक्रवार की रात पुलिस ने थोक पटाखा विक्रेता के गोदाम में दबिश दी तो बड़े पैमाने पर अवैध भंडारण का खेल सामने आया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चोरहटा थाने के मैदानी स्थित थोक पटाखा विक्रेता दीपू गुप्ता के गोदाम में पुलिस ने दबिश दी, जहां अवैध भंडारण की जानकारी मिली थी। पुलिस ने जब गोदाम में रखे पटाखों की जांच की तो बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया। दुकान में निर्धारित मात्रा से अधिक भंडारण कर लाइसेंस शर्तों का उल्लंघन किया गया था। वहीं सड़क के दूसरी ओर स्थित एक अन्य मकान में जब पुलिस ने तलाशी ली तो उक्त व्यापारी का जखीरा भी हाथ लग गया।
वह भी पूरी तरह से अवैध था। उसके किसी भी तरह के दस्तावेज व्यापारी ने पेश नहीं किए। अवैध पटाखे को जब्त कर लिया गया है। वहीं लाइसेंसी दुकान में रखे पटाखे के बारे में तहसीलदार से जानकारी मांगी है। कितनी मात्रा में उनको भंंडारण का अधिकार था और कितना माल वहां पर रखा गया था। जितना पटाखा पुलिस को मिला है, वह पूरे इलाके को दहला देने के लिए पर्याप्त था। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद उक्त व्यापारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
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दुकान का अधिकारी कर चुके हैं निरीक्षण
उक्त दुकान का कुछ दिन पहले ही अधिकारियों ने निरीक्षण किया था। तमाम स्टॉक रजिस्टर चेक किए गए थे और उसके बाद अधिकारी वापस लौट आए। हैरानी की बात तो यह है कि व्यापारी की इतनी बड़ी लापरवाही जिम्मेदारों की नजरों में नहीं आई। पटाखे का इतना बड़ा जखीरा नियम विरुद्ध तरीके से रखा था, लेकिन अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने में व्यापारी कामयाब हो गए।