Wednesday, July 16

रीवा। सिरमौर जनपद पंचायत में पिछले कुछ दिनों से चल रहे सियासी उथल-पुथल में फिलहाल एक अल्पविराम लग गया है। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जनपद अध्यक्ष की कुर्सी पर छाए संकट के बादल फिलहाल टल गए हैं। भाजपा से जुड़े सदस्यों की बगावत के चलते संगठन ने भी सभी से संपर्क कर रीवा बुलाया। जहां पर उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र गुप्ता आदि ने करीब दो घंटे तक सभी सदस्यों से एक-एक कर समस्याएं सुनीं।

बैठक के बाद बाहर निकले विधायक, अध्यक्ष सहित जनपद सदस्यों ने कहा अब सब मिलकर साथ काम करेंगे। कुछ दिन पहले जनपद के 25 में से 19 सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जनपद अध्यक्ष रवीना साकेत के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंपा था। आरोप सिर्फ सत्ता के दुरुपयोग तक सीमित नहीं रहे, बल्कि 10 प्रतिशत कमीशन मांगने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए, जिससे पूरा राजनीतिक पारा चढ़ गया। कई दिनों तक तो इनके फोन नंबर ही बंद रहे, जिससे तख्तापलट के कयास लगाए जा रहे थे।

क्षेत्रीय विधायक दिव्यराज सिंह ने मोर्चा संभाला और कई सदस्यों से बात की, वहीं संगठन ने भी एक मंच पर लाने का प्रयास किया। बैठक से पहले सुबह कई नाराज सदस्य विधायक के किला स्थित आवास पर भी गए थे। अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन देने वाले सदस्यों ने जो आरोप लगाया था उसे अपनी गलती मानते हुए कहा है कि जनपद परिवार की तरह है, अब सब साथ मिलकर काम करेंगे। बताया जा रहा है कि नेताओं ने जनपद सदस्यों को आश्वासन दिया है कि एक अवसर सुधार का दिया जाना चाहिए, यदि अध्यक्ष में सुधार नहीं आएगा तो बाद में निर्णय लिया जाएगा।
यह अविश्वास प्रस्ताव जनपद अध्यक्ष से अधिक विधायक दिव्यराज सिंह की घेराबंदी के लिए था। सेमरिया के पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी के समर्थकों ने अपने गुट से अध्यक्ष बनाने के लिए प्रयास शुरू किया था लेकिन जिस तरह से संगठन को भरोसे में लेकर डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला को भी आगे लाने के लिए माहौल बनाया, उससे दिव्यराज सिंह की सराहना हो रही है।
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लंबे समय बाद साथ दिखे दिव्यराज-केपी
जनपद अध्यक्ष सिरमौर के चुनाव के दौरान ही भाजपा के समर्थक दो खेमों में बंट गए थे। उस दौरान विधायक दिव्यराज सिंह की समर्थक रवीना को जीत मिली थी। तब से पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी और दिव्यराज को एक मंच पर नहीं देखा गया। अब डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला ने पहल करते हुए दोनों को एक साथ बैठाया। बसामन मामा सहित अन्य कई स्थानों के कार्यक्रमों में दोनों नेता डिप्टी सीएम के साथ नजर आए। माना जा रहा है कि आंतरिक टकराव के चलते अध्यक्ष की कुर्सी का संकट टल गया है।
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इधर गंगेव जनपद से जुड़े आडियो भी वायरल
सिरमौर में जनपद अध्यक्ष की खतरे में पड़ी कुर्सी के बीच कई दिनों से गंगेव जनपद से जुड़े आडियो वायरल हो रहे हैं। जिसमें कुछ लोग आपस में बात कर रहे हैं और अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की चर्चा है। कुछ लोगों का दावा है कि यह पुराने आडियो हैं, सिरमौर की ताजा घटना की वजह से वायरल हो रहे हैं। वहीं कई लोगों का कहना है कि वहां पर भी अध्यक्ष के खिलाफ सदस्यों में आक्रोश है। हालांकि अभी तक सामने कोई नहीं आया है।

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