Mauganj Gadra case : मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले का गड़रा गांव एक बार फिर चर्चा में आ गया है। इस गांव में एक घर पर तीन लाशें पाई गई हैं । इसके बाद से पूरे गांव में सनाका खिंच गया है । घटना की सूचना मिलने पर मऊगंज के कलेक्टर और एसपी सहित भारी पुलिस बल गांव पहुंचा है।एहतियात के तौर पर रीवा से भी पुलिस बल मंगाया गया है। मऊगंज का गड़रा गांव बीते मार्च महीने की 16 तारीख को उस समय सुर्खियों में आया था जब यहां पर जातीय हिंसा भड़क उठी थी। गांव के आदिवासी और दलित बस्ती में रहने वाले लोगों ने इस गांव के ब्राह्मण परिवार के शनि द्विवेदी नामक युवक की बंधक बनाने के बाद हत्या कर दी थी। इस घटना की सूचना पर गांव पहुंची पुलिस पर भी हमला बोला गया था। जिसके चलते पुलिस के एएसआई रामचरण गौतम भी ग्रामीणों के हमले में मारे गए। जिन्हें सरकार ने शहीद का दर्जा दिया है।
सत्य गाथा डाट को मिली जानकारी के अनुसार गड़रा गांव में रहने वाले अवसेरी साकेत पिता राजाराम 55 वर्ष, बेटी मिनाक्षी 11 व बेटा अमन 8 वर्ष की लाश फांसी पर लटकती पाई गई है। इस घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया है । बड़ी संख्या में आसपास के दूसरे गांव से दलित परिवार के लोग गांव में इकट्ठा होने लगे हैं इनका आरोप है कि पुलिस द्वारा अवसेरी साकेत को प्रताड़ित किया जा रहा था। पुलिस के अधिकारी मामले को शांत करने में जुटे हुए हैं।