रीवा। पर्यटन के लिए लगातार काम कर रहे पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को एक फिल्म अइटनरी का प्रारंभिक रूटचार्ट सौंपा है। जिसमें रीवा सहित विंध्य क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं पर जोर दिया गया है। गत दिवस रीवा में आयोजित रीजनल टूरिज्म कांक्लेव में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह से चर्चा के दौरान सुझाव देने के लिए कहा था। जिस पर सिंह ने एक रूट चार्ट तैयार कर सौंपा है।

इस अइटनरी के माध्यम से पूर्व मंत्री ने विंध्य प्रदेश के विभिन्न स्थानों को फिल्म पर्यटन के केंद्र के रूप में प्रस्तुत किया है। यह अइटनरी ना केवल फिल्म निर्माताओं के लिए आकर्षक हो सकती है, बल्कि प्रदेश के पर्यटन को भी एक नई दिशा दे सकती है।

सिंह ने अपने सुझाव में यह भी कहा है कि विंध्य क्षेत्र में भौगोलिक पृष्ठभूमि फिल्मों के अनुकूल है। यहां नदी, पहाड़, जंगल, प्रपात, गांव, पुरातात्विक विरासतें आदि हैं, जो फिल्मों को आकर्षक बनाएंगी। इसी तरह यहां का खान-पान, लोक संस्कृति सबकुछ आकर्षक है। इस अइटनरी का उद्देश्य न केवल फिल्म निर्माताओं के लिए एक आकर्षक स्थल तैयार करना है, बल्कि इस प्रक्रिया के जरिए स्थानीय लोगों को रोजगार और कला प्रदर्शन का अवसर भी प्रदान करना है। साथ ही, इससे फिल्म टूरिज्म के जरिए प्रदेश की समग्र योजनाओं को भी लाभ मिलने की संभावना है।


प्रस्तावित अइटनरी में प्रमुख स्थान
– प्रयागराज से सिरमौर– इस रूट में कई ऐसे स्थल हैं जहां बीहड़ घाटियां और ऐतिहासिक दृश्यों का चित्रण हो सकता है, जो प्राचीन काल के डकैतों की कहानियों पर आधारित फिल्मांकन के लिए उपयुक्त हैं।
– रीवा- यहां के किले, मंदिर, म्यूजियम और झीलों का चित्रण किया जा सकता है। बघेलखंड और कलचुरी कालीन भवनों की शिल्पकला भी फिल्म में महत्वपूर्ण स्थान पा सकती है। महामृत्युंजय, रानीतालाब, चिरहुला जैसे बड़े धार्मिक स्थल हैं। साथ ही किला, बीहर नदी, लक्ष्मणबाग, व्यंकट भवन सहित अन्य धरोहरें भी हैं। जलप्रपातों की बड़ी श्रृंखला है जो आकर्षण बन सकती है।
– गोविंदगढ़ और छुहिया– गोविंदगढ़ झील, पाषाण चित्रकला, और छुहिया स्थित महाराजा की कोठी फिल्मों के लिए उपयुक्त स्थल हो सकते हैं। यहां का शिकारगंज और तीन नदियों का संगम भी आकर्षक फिल्म स्थान हो सकता है।
– खजुराहो और चंदरेह मंदिर– दक्षिण भारतीय मंदिरों के जैसे नृत्य और शूटिंग के दृश्य के लिए यह स्थान उपयुक्त हैं। सीधी जिले में चंदरेह के पास ही शिकारगंज, भवरसेन घाट जहां नदी का रेत आकर्षण है।
– परसली टूरिस्ट रिजॉर्ट और बांधवगढ़-– सीधी जिले में परसली रिजॉर्ट और बांधवगढ़ के आसपास के स्थल फिल्म शूटिंग के लिए सुंदर दृश्य प्रदान करेंगे। यहां पर कई शार्ट फिल्में बनना शुरू भी हो चुकी हैं।
– पन्ना और हीरो की खदान--पन्ना के मंदिर और हीरों की खदान फिल्मांकन के लिए एक अनूठी और अलौकिक जगह हो सकती है।

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