पन्ना। जादूटोना के शक में वन विभाग के चौकीदार संतोष शर्मा की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने 20 दिन बाद बड़ा खुलासा किया है। संतोष का सिर कटा शव 1 जून को छतरपुर जिले के झरकुआ गांव के खेत में मिला था। अब इस सनसनीखेज हत्या में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
31 मई को संतोष शर्मा के बेटे अभिलाष ने पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट पन्ना कोतवाली में दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि शाम 7.30 बजे वे दूध देने निकले थे, लेकिन लौटकर घर नहीं आए। इसके बाद किशनगढ़ थाना क्षेत्र में उनका सिर कटा शव बरामद हुआ था।
पुलिस जांच में पता चला कि मृतक के परिचित अजय गोंड को शक था कि संतोष ने उसकी पत्नी और बच्ची पर जादू-टोना किया, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। इसी शक में उसने अपने रिश्तेदारों रामचरण गोंड, जीतेंद्र गोंड और एक नाबालिग के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
हत्या के दिन आरोपियों ने संतोष पर रॉड से हमला कर पहले सिर पर वार किया, फिर तौलिया से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। बाद में बाइक से शव को छतरपुर के झरकुआं ले जाकर सिर को चाकू से अलग कर जमीन में गाड़ दिया गया।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त रॉड, चाकू, दूध का डिब्बा, साइकिल और बाइक बरामद की है। जांच और कार्रवाई में पन्ना कोतवाली निरीक्षक रोहित मिश्रा सहित कई पुलिसकर्मी शामिल रहे।