ग्वालियर। लंबे समय से शांत ऑनलाइन ठगों ने इस बार बड़ा हाथ मारा है। रामकृष्ण मिशन आश्रम (थाटीपुर) के सचिव सुप्रदिप्तानंद स्वामी को मनी लॉड्रिंग केस में नासिक(महाराष्ट्र) पुलिस का वांटेड बताकर धमकाया। उन्हें पूरे 26 दिन तक डिजिटल हथकडी (अरेस्ट) में कैद कर 2 करोड़ 53 लाख रुपए ऑनलाइन लूट लिया।
ठगों ने स्वामी को धमकाया कि अगर किसी को कुछ बताया तो पुलिस को उनके घर पहुंचने में वक्त नहीं लगेगा उनकी भलाई इसी में है जो कहा जाए उसे चुपचाप करते रहें, अगर वह दोषी नहीं होंगे तो तीन दिन में पूरी रकम वापस होगी जेल का नाम सुनकर स्वामी सुप्रदिप्तानंद सहम गए और आश्रम के तीन बैंक खातों में जमा फंड ठगों के बताए बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया। जब रकम वापस नहीं लौटी, तब उन्हें ठगे जाने का अहसास हुआ। इसे प्रदेश की अब तक सबसे बडी साइबर ठगी बताया जा रहा है।

आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद ने पुलिस को बताया 17 मार्च की शाम वह आश्रम के दफ्तर में काम कर थे तब मोबाइल पर 919730742847 से काल आया था। फोन करने वाला खुद को नासिक पुलिस का इंस्पेक्टर बताकर उनसे बोला मनी लॉड्रिंग के मास्टरमाइंड नरेश गोयल से तुम्हारा कनेक्शन है। तुमने नरेश के साथ 20 करोड़ का लेन देन किया है। पुलिस और ईडी के पास इस ट्रांजिक्शन के पुख्ता सबूत हैं। इस आधार पर नासिक थाना पुलिस ने मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज किया है। इस जुर्म में उन्हें 3 से 5 साल की सजा और 5 लाख रूपया जुर्माना होगा।

Share.
Leave A Reply