पन्ना. बुंदेलखंड क्षेत्र के औद्योगिक विकास को गति प्रदान करने के लिए 27 सितंबर को संभागीय मुख्यालय सागर में रीजनल इंडस्ट्रियल समिट का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देशभर के उद्यमियों को आमंत्रित किया जा रहा है। समिट को लेकर पन्ना जिले के उद्योगपतियों और यहां औद्योगिक इकाईयों की संभावनाओं की जिले से जानकारी मांगी गई है। प्रशासन ने जिले में सीमेंट, डायमंड माइनिंग, डायमंड ज्वेलरी मेकिंग, पर्यटन, मेडिकल, एविएशन, एजुकेशन, तकनीकी शिक्षा, आयुर्वेद, खाद्य प्रसंस्करण सहित कई क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं बताई हैं।

अभी जिले में वृहद औद्योगिक इकाई के रूप में एनएमडीसी की मझगंवां डायमंड माइंस और जेके का सीमेंट प्लांट चल रहा है। इसके अलावा जिले में स्टील, हाइडल पॉवर और हीरे से जुड़े आधा दर्जन बड़े प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं। जिले में पर्यटन, आयुर्वेद व वन आधारित उद्योगों की स्थापना की बड़ी संभावनाएं हैं।

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ये उद्योग हैं प्रस्तावित
हाटूपुर डायमंड ब्लॉक: यह देश का पहला डायमंड ब्लॉक है, जिसे अक्टूबर 2016 में नीलाम किया गया था। 133.50 हेक्टेयर में फैले डायमंड ब्लॉक की नीलामी बंसल कांस्ट्रक्शन वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड ने 129 करोड़ में जीती थी। इसमें 82.71 हेक्टेयर में खनन प्रस्तावित है। इसमें शासन की भूमि 4.94 हेक्टेयर और निजी भूमि 128.56 हेक्टेयर थी। कंपनी ने जिला हीरा कार्यालय में प्रास्पेक्टिक रिपोर्ट सम्मिट कर दी है। यहां अभी तक खनन शुरू होने में कई साल लग सकते हैं।
जेएस डब्ल्यू सीमेंट पन्ना: दो हजार करोड़ की लागत से प्लांट की स्थापना कोल करहिया सिमरिया तहसील क्षेत्र में प्रस्तावित है। कंपनी ने पर्यावरणीय अनुमति के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा है। सीमेंट प्लांट के लिए माइनिंग लीज स्वीकृत हो चुकी है और प्लांट स्थापना का कार्य प्रक्रिया में है। प्लाटं की स्थापना से जिले के सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिलेगा।

ईको सीमेंट प्लांट: अमानगंज तहसील के महेबा के पास प्लांट प्रस्तावित है। प्लांट की माइनिंग लीज स्वीकृत है और प्लांट स्थापना का कार्य प्रक्रियाधीन है। इसके अलावा गुनौर क्षेत्र में कलकत्ता बेस्ड स्पात इंडस्ट्री गुनौर क्षेत्र में प्रस्तावति है।

पन्ना हाइडल पॉवर प्लांट: बृजपुर के पनारी के पास बाघिन नदी में पनारी स्टैंड अलोन पंप स्टोरेज परियोजना प्रस्तावित है। इसमें हाइडल पावर से 1800 मेगावॉट बिजली बनाने का लक्ष्य है। उक्त परियोजना में 12 मीटर की ऊंचाई वाला कंक्रीट ग्रेविटी बांध का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। इसके लिए 571 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी। जिसमें 519 हेक्टेयर वन भूमि और 62 हेक्टेयर गैर वन भूमि शामिल है। 25452 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के बनने से पन्ना के साथ सतना जिले के लोगों को भी लाभ मिलेगा।

डायमंड ब्लॉक, हरसा-१ ,हरसा-२: जिले में हीरा प्राप्ति का प्राथमिक स्रोत मझगवां किंबरलाइट पाइप लाइन है। पन्ना में हरसा-वन और हरसा-टू डायमंड ब्लॉक भी खोजे गए हैं। जिनके ऑनलाइन नीलामी की प्रक्रिया बीते साल प्रदेश सरकार ने की थी। उक्त ब्लॉकों से हीरा का उत्खनन शुरू होने से हजारों करोड़ का निवेश जिले में आएगा।

डायमंड पार्क व डायमंड म्यूजियम की स्थापना

डायमंड पार्क की स्थापना के लिए पुरुषोत्तमपुर में २१ एकड़ जमीन स्वीकृत थी। वन विभाग की कुछ जमीन इसमें फंसने के कारण आपत्ति के बाद इसको पुन: आवंटित किया गया है। इसका काम महीनों से लटका है।

इन उद्योगों के विकास की हैं संभावनाएं

१. आयुर्वेद आधारित उद्योग: आयुर्वेदिक औषधियों के मामले में जिला बुंदेलखंड में सबसे समृद्ध माना जाता है। बुंदेलखंड की सबसे अधिक जड़ी-बूटियां पन्ना में पाई जाती है। यहां आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की स्थापना के साथ आयुर्वेदिक दवाओं के निमार्ण इकाईयों की संभावनाएं हैं।

२. पर्यटन स्थलों का विकास: पन्ना में भगवान जुगल किशोर लोक प्रस्तावित है। इसके आकार लेने के साथ ही यहां रेल का संचालन भी दो सालों में शुरू होने की उम्मीद है। ऐसे में यहां पर्यटकों के बढऩे से बड़ी संख्या में होटल सहित अन्य संसाधनों में निवेश की जरूरत पड़ेगी।

३. फर्नीचर कलस्टर: जिले के बड़े क्षेत्र में वन हैं। यहां अच्छी किस्म का सागौन पाया जाता है। जिससे यहां फर्नीचर उद्योग के विकास की संभावनाएं अधिक हैं। अभी यह कागजों तक में नहीं उतर पाया है।

 

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