nरीवा। श्यामशाह मेडिकल कालेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल रीवा के हार्ट रोग विभाग ने तेजी से कार्य करने का नया रेकार्ड बनाया है। प्रदेश के दूसरे मेडिकल कालेजों की तुलना में रीवा में बेहतर कार्य हुआ है। यहां पर साढ़े तीन वर्ष के अंतराल में पांच हजार से अधिक हार्ट प्रोसीजर सफलता पूर्वक पूरे किए गए हैं।
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प्रदेश के दूसरे मेडिकल कालेजों में इतनी संख्या में प्रोसीजर नहीं हुए हैं। इसके पहले लगातार कई ऐसे जटिल समस्याओं से घिरे मरीजों को राहत दी गई है जिसके लिए वह देश के दूसरे हिस्सों में भटक रहे थे, आखिरकार रीवा में ही उनको सफल इलाज दिया गया। मरीजों को एक बड़ी राहत यह भी यहां पर मिल रही है कि आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों को मुफ्त में उपचार मिल रहा है। डॉ. एसके त्रिपाठी (Dr SK Tripathi) ने बताया कि रीवा में सुविधाएं उपलब्ध होने की वजह से अब लोग दूसरे शहरों में नहीं जा रहे हैं। बल्कि जिनका पहले दूसरे शहरों में उपचार चल रहा था वह भी यहीं उपचार सेवाएं ले रहे हैं।
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20 से अधिक प्रकार के प्रोसीजर हुए
nहार्ट की समस्या से ग्रसित मरीजों में अधिकांश में एक तरह की ही समस्या होती है। साथ ही अलग-अलग उम्र के मरीजों में अलग समस्याएं भी होती हैं। सुपर स्पेशलिटी में 20 से अधिक प्रकार के प्रोसीजर अपनाए गए। जिसमें प्रमुख रूप से कोरोनरी एंजियोग्राफी, कोरोनरी एंजियोप्लास्टी, सिंगल चेंबर पैसमेकर, डबल चेंबर पेसमेकर, बंडल ऑफ हिज पेसमेकर, सीआरटी डी, लॉट सीआरटी, एआइसीडी, बीएमवी, बीपीवी, रेनल एंजियोग्राफी, रेनल एंजियोप्लास्टी, पेरीफेरल एंजियोग्राफी, पेरीफेरल एंजियोप्लास्टी, एएसडी क्लोजर, पीडीए क्लोजर, एवी मालफारमेशन क्लोजर, इपी स्टडी, आरएफए एबलेशन, लीडलेश पेसमेकर आदि का सफलता पूर्वक प्रोसीजर अपनाया गया।